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Saturday, July 1, 2017

बेटी बचाओ




स्वतंत्र अणु  
मुक्त जग में  
रहा  विचरता 
नभ से थल तक 
अपरिमित शक्ति
 भरी थी 
ओज भरा था 
अंत:स्थल तक 
नियत समय में 
स्रष्टि ने फिर 
उसके जीवन को 
अर्थ दिया 
मानव रचना हेतु उसको 
भावी माँ का 
गर्भ दिया 
उत्साहित था 
पा शरीर को 
देखूंगा अब
 दुनिया सारी 
था प्रतीक्षारत व्याकुल 
कब गूंजूंगा 
बन किलकारी 
अनायास जो 
हुआ आक्रमण 
कुछ भी ना
 समझ पाया 
बदला रक्त 
औ मांस पिंड में 
कैसी ये 
स्रष्टि की माया 
प्रश्नों का बोझ
 था मन में 
पुन: देह से 
अणु हुआ 
मादा होने के कारण वह 
नवजीवन ना 
देख सका

#हिंदी_ब्लॉगिंग 

32 comments:

  1. ओह!भयानक त्रासदी की ओर इंगित किया आपने ,जाने किस जुर्म की सजा मिलती है मादा अणु को ...

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  2. कैसा कैसा सा मन हो गया सोनल .... जाने कब सुधरेंगे हम :(

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  3. ओह! ......जाने कब रुकेगा ये सब
    बहुत मार्मिक कविता...सार्थक सन्देश के साथ
    प्रणाम

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  4. अत्यंत मार्मिक.
    #हिंदी_ब्लागिँग में नया जोश भरने के लिये आपका सादर आभार
    रामराम
    ०९७

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  5. कहीं कहीं की सच्चाई तो है ही :(

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  6. मार्मिक एवं सार्थक लेखन.....अंतरराष्ट्रीय हिन्दी ब्लॉग दिवस पर आपका योगदान सराहनीय है. हम आपका अभिनन्दन करते हैं. हिन्दी ब्लॉग जगत आबाद रहे. अनंत शुभकामनायें. नियमित लिखें. साधुवाद.. आज पोस्ट लिख टैग करे ब्लॉग को आबाद करने के लिए
    #हिन्दी_ब्लॉगिंग

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  7. आज तो ख़ुशी-ख़ुशी सबके ब्लॉग पर जा रहे हैं और आज के दिन ही इतनी सीरियस दुखी कर देने वाली पोस्ट... :(

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  8. अन्तर्राष्ट्रीय ब्लोगर्स डे की शुभकामनायें .... #हिन्दी_ब्लॉगिंग

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  9. बढ़िया रचना !
    हिन्दी ब्लॉगिंग में आपका लेखन अपने चिन्ह छोड़ने में कामयाब है , आप लिख रही हैं क्योंकि आपके पास भावनाएं और मजबूत अभिव्यक्ति है , इस आत्म अभिव्यक्ति से जो संतुष्टि मिलेगी वह सैकड़ों तालियों से अधिक होगी !
    मानती हैं न ?
    मंगलकामनाएं आपको !
    #हिन्दी_ब्लॉगिंग

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  10. जय हिंद...जय #हिन्दी_ब्लॉगिंग...

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  11. कब इस त्रासदी से मुक्ति मिलेगी ... गंभीर विषय

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  12. मन भारी हो गया!! कहाँ तो रोमांटिक कवितायेँ लिखने वाली सोनल और कहाँ इतनी संजीदा कविता... दिल भर आया!!

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  13. आप की कविता पड़कर वाकई मन काफी दुखी हुआ | लोगो के मन में आज भी बेटियों को लेकर काफी भेदभाव रहता है और उससे बरतो से कम समझते है | Talented India News

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  14. nice story
    check this also- https://www.hindikahaniyastory.com/

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  15. This comment has been removed by the author.

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